लेखनी कविता -01-Jul-2023 प्रतियोगिता हेतु -आधे अधूरे मिसरे - प्रसिद्ध पंक्तियाँ - एक डोर में सबको जो
प्रतियोगिता हेतु - एक डोर में सबको जो है बांधती वह हिंदी है
एक डोर में सबको जो है बांधती, वह हिंदी है l
हम सबकी प्यारी भाषा हिंदी है l
माला से सजे स्वर और व्यंजन,
संयुक्त वर्णो की अपनी कहानी है l
जन्म पाया संस्कृत से इसने,
आज है इसका विशाल परिवार l
वर्षों पुराना इसका इतिहास,
नित नूतन लगती फिर भी ये आज l
हिंदी बनी भारत की पहचान l
धाराएं इसकी है आज अनेक,
जो मिलजुल इसे सजाए l
भाषा (हिंदी) नहीं ये जीवन है
बहती जाती इसकी धारा l
भावों का इसमें संगम न्यारा,
गंगा जमुना तहजीब का देखो नज़ारा l
#प्रतियोगिता आधे अधूरे मिसरे /प्रसिद्ध पंक्तियाँ
Shashank मणि Yadava 'सनम'
22-Aug-2023 10:43 AM
बहुवचन रूप के आधार पर,,, वर्णो,,,, नहीं,,, वर्णों,,, धाराएं इसकी है,, नहीं हैं,,, और सजाएं,,,, होगा
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
21-Aug-2023 06:17 PM
बहुत ही सुंदर और बेहतरीन अभिव्यक्ति
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नवीन पहल भटनागर
01-Jul-2023 06:35 PM
वाह लाजवाब
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